खुटहन ब्लाक के गांवो के शौचालयों का हाल बेहाल अधिकारी व प्रधान मस्त।

खुटहन ब्लाक के गांवो के शौचालयों का हाल बेहाल अधिकारी व प्रधान मस्त।

खुटहन ( जौनपुर) २७ फ़रवरी
खुटहन ब्लाक के करीब दर्जन भर गांव ऐसे हैं कि वहां पर सरकार द्वारा कई करोड़ रुपए खर्च कर दिए लेकिन आज भी  योजनाएं आधी अधुरी नजर आ रही है जहां पर सरकार द्वारा कई दावे किए जा रहे हैं जो कि गांव में केवल ज्यादा तर हवा हवाई होकर रह जा रहा है वहीं मिनी सचिवालय की बात करें तो वहां पर भी कोई अधिकारी व प्रधान के कम्प्यूटर आपरेटर व बी सी सखी कभी नहीं जाते जिससे ग्रामीणों को आनलाइन आवेदन प्राईवेट सहज जन सेवा केन्द्र पर कराना होता है लाचार गरीब  असमर्थ बुजुर्ग महिला पुरुषों को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करके गाँवों में ग्राम सचिवालय बनाया गया बकायदे एक कम्प्यूटर आपरेटर व विकास कार्य से जुड़े अधिकारियों को निर्देशित किया गया गाँव में जाकर ग्रामीणों की समस्या सुनने के साथ चल रही योजनाओं की जानकारी दे ग्राम स्तर पर विकास की चर्चा खुली बैठक में करें न तो गाँव में विकास अधिकारी जातें हैं  जिसके कारण लोगों को ब्लॉक का चक्कर लगाना पड़ता है पेंशन भी बनवाना हुआ तो साहब आज मिटिंग में है गरीब पांच किलोमीटर साईकिल चलाकर फिर लौटता है दुसरे दिन जाने पर साहब आज घर पर ही है, कब आयेंगे! कुछ पता नहीं यही हाल है गरीब कयी बार चक्कर लगायेंगे पर साहब ग्राम सचिवालय नहीं आयेंगे खुटहन विकास खण्ड के गाँव में कुछ सचिवालय बन गए हैं व कुछ अधुरें पडे हैं 
बहोत बडे़ स्तर पर स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया लेकिन सर्वाधिक गाँवों में ग्राम विकास अधिकारी बट्टा लगा दिए
जिसके कारण ख्वाजापुर , बीरी, लोनियापट्टी, जौकाबाद, पनौली खरताबपुर अहीरों परशुरामपुर सहित दर्जनों गाँव के शौचालय बंद पडे हैं वही खरताबपुर गाँव के शौचालय की हालत बदतर है 
उक्त गाँव के प्रायमरी विद्यालय पर घटिया मटेरियल व सेमा ईट  से बनाये जा रहे कमरे का विडियो वायरल है जिसमें राजगीर खराब ईट लगाये जाने की बात बता रहा है जब इस मामले में विकास अधिकारी कृष्ण कुमार से पुछा गया कि अगर भविष्य में दीवार गिरने से बच्चों के साथ किसी प्रकार अनहोनी होती है तो इसका जिम्मेदार कौन

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